🗓️ Updated on: July 17, 2025
जीवन प्रमाण पत्र (Jeevan Pramaan Patra) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक डिजिटल पहल है, जो पेंशनर्स के लिए जीवन प्रमाणीकरण की प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाती है। यह योजना खासकर वरिष्ठ नागरिकों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, ताकि उन्हें हर साल पेंशन कार्यालयों में जाकर भौतिक रूप से उपस्थित होने की आवश्यकता न पड़े।
इस पोस्ट में हम जीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan) क्या है, इसकी आवश्यकता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया, और समस्याओं का समाधान विस्तार से जानेंगे
Table of Contents
Toggleजीवन प्रमाण (Jeevan Pramaan) पत्र क्या है?
‘जीवन प्रमाण’ भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक बायोमेट्रिक-सक्षम डिजिटल सेवा है जो पेंशनभोगियों को भौतिक रूप से मौजूद हुए बिना अपना जीवन प्रमाण पत्र डिजिटल रूप से जमा करने की अनुमति देती है। यह आधार (AADHAAR) नंबर पर आधारित है और पेंशन वितरण एजेंसियों (PDAs) द्वारा पेंशनरों को उनके बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से ‘जीवन प्रमाण पत्र’ प्राप्त करने के लिए एक सुरक्षित और परेशानी मुक्त प्रक्रिया प्रदान करता है।
प्रमुख विशेषताएँ:
- डिजिटल और पेपरलेस: भौतिक दस्तावेजों की आवश्यकता नहीं।
- आधार-आधारित: बायोमेट्रिक डेटा (उंगलियों के निशान या आंखों की स्कैनिंग) का उपयोग।
- सुविधाजनक: घर बैठे प्रमाणीकरण की सुविधा।
- समय और लागत की बचत: कार्यालयों में लंबी कतारों से छुटकारा।
Jeevan Pramaan की आवश्यकता क्यों होती है?
पेंशन योजनाओं में एक बड़ी समस्या यह थी कि कई पेंशनर्स की मृत्यु के बाद भी उनके परिवारजन पेंशन लेते रहते थे। इसके लिए सरकार को हर साल जीवित होने का प्रमाण मांगना पड़ता था। पहले, इसके लिए पेंशनर्स को पेंशन वितरण कार्यालय, बैंक या डाकघर में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना पड़ता था, जिससे बुजुर्गों को काफी असुविधा होती थी। Jeevan Pramaan इसी समस्या का समाधान है।
डिजिटल जीवन प्रमाण के माध्यम से यह प्रक्रिया अब घर बैठे मोबाइल या कंप्यूटर से की जा सकती है।
Life Certificate किनके लिए जरूरी है?
- सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी (Retired Government Employees): जैसे – केंद्र सरकार, राज्य सरकार, रक्षा, रेलवे, बैंक, शिक्षण संस्थान आदि के पेंशनधारी।
- Lic एवं EPFO पेंशनर्स।
- सभी फैमिली पेंशनर्स के लाभार्थी।
आवश्यक दस्तावेज
jeevan Pramaan बनवाने के लिये निम्नलिखित की आवश्यकता होती है।
आधार कार्ड
पेंशन पेमेंट ऑर्डर (PPO Number)
बैंक विवरण
मोबाइल नंबर (आधार से लिंक होना चाहिए)
जीवन प्रमाण कैसे बनवाएं? (Step-by-Step Guide)
जीवन प्रमाण बनवाने के तीन तरीके है :
- जीवन प्रमाण की वेबसाईट द्वारा
- मोबाईल एप द्वारा
- CSC सेण्टर या पोस्ट आफिस द्वारा
यहाँ पर हर एक तरीको का विस्तार दिया गया है।
Jeevan Pramaan Portal के माध्यम से
Jeevan Pramaan Portal के माध्यम से life certificate बनाने चरण निम्नवत है।
- Jeevan Pramaan आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- कम्प्यूटर/लैपटॉप के लिये PC Application डाउनलोड़ करके install करें।
- Operator रजिस्टर्ड करें।
- पेंशनर रजिस्ट्रेशन” पर क्लिक करें।
- आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करके OTP सत्यापित करें।
- बायोमेट्रिक डिवाइस (फिंगरप्रिंट/आईरिस स्कैन) से वेरिफाई करें।
- सफल वेरिफिकेशन के बाद मोबाइल पर JPID (Jeevan Pramaan ID) प्राप्त होगी।
- पुन: Jeevan Pramaan Porta पर जाये और Pensioner Login पर क्लिक करें।
- Jeevan Pramaan ID और कैप्चा दर्ज करके Generate OTP बटन पर क्लिक करें।
- पंजीकृत मोबाईल पर प्राप्त OTP दर्ज करके Login बटन पर क्लिक करें।
- अब अपना जीवन प्रमाण पत्र डाउनलोड/ प्रिंट करें।
मोबाइल ऐप से जीवन प्रमाण कैसे बनाएं?
“Jeevan Pramaan” ऐप (Android/iOS) डाउनलोड करें।
- आधार नंबर और मोबाइल OTP से लॉगिन करें।
- फिंगरप्रिंट स्कैनर या आईरिस स्कैनर जोड़ें।
- बायोमेट्रिक डेटा दर्ज करें और सत्यापन प्रक्रिया पूरी करें।
- सफल सत्यापन के बाद, Pramaan-ID के साथ प्रमाण पत्र डाउनलोड करें।
फिंगरप्रिंट स्कैनर या आईरिस स्कैनर के उपलब्ध न होने पर फेस डिटेक्शन सुविधा का भी उपयोग किया जा सकता है।
CSC या डाक सेवा से जीवन प्रमाण बनवाना
- नजदीकी जन सेवा केंद्र (CSC) या पोस्ट ऑफिस जाएं।
- मोबाईल नंबर,आधार और PPO नंबर केंद्र संचालक को उपलब्ध कराये।
- ऑपरेटर आपके लिए जीवन प्रमाणपत्र (Life Certificate) बनाएगा।
➡️ CSC Locator से निकटतम केंद्र (CSC) खोजें।
जीवन प्रमाण पत्र कब जमा करना होता है?
सरकारी पेंशनर्स को हर साल अगस्त से 30 नवम्बर के बीच जीवन प्रमाण जमा करना अनिवार्य होता है।
⛔ प्रमाण पत्र नहीं देने पर पेंशन अस्थायी रूप से रोक दी जाती है।
निष्कर्ष
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
जीवन प्रमाण पत्र क्या है?
उत्तर: यह एक आधार-आधारित डिजिटल प्रमाण पत्र है, जो पेंशनर्स की जीवित स्थिति को सत्यापित करता है।
क्या जीवन प्रमाण साल में एक बार देना होता है?
उत्तर: हां, यह प्रत्येक वर्ष नवंबर माह में देना अनिवार्य है।
जीवन प्रमाण की वैधता कितनी होती है?
उत्तर: 1 साल, हर साल नया सर्टिफिकेट बनाना पड़ता है।
Jeevan Pramaan ID भूल गया हूँ, क्या करूं?
वेबसाइट पर OTP के माध्यम से पुनः प्रमाण पत्र डाउनलोड किया जा सकता है।
जीवन प्रमाण बनाने के लिए कौन-कौन से डिवाइस चाहिए?
उत्तर: मोबाइल/लैपटॉप + फिंगरप्रिंट स्कैनर या आईरिस डिवाइस। CSC पर जाकर भी यह कार्य हो सकता है।
प्रमुख शब्दावली (Key Terminology)
- प्रमाण-आईडी (Pramaan-ID): जीवन प्रमाण पत्र जेनरेट होने के बाद प्राप्त होने वाला एक विशिष्ट कोड, जिसका उपयोग प्रमाण पत्र को ट्रैक करने या डाउनलोड करने के लिए किया जाता है।
- पेंशन भुगतान आदेश (PPO – Pension Payment Order): एक विशिष्ट संख्या जो पेंशन स्वीकृत होने पर जारी की जाती है। यह पेंशनभोगियों की पहचान और पेंशन के विवरण के लिए महत्वपूर्ण है।
- पेंशन अथॉरिटी (Pension Authority): वह सरकारी विभाग या निकाय जो पेंशन नीतियों को नियंत्रित करता है और पेंशनभोगियों के डेटा को बनाए रखता है।
- पेंशन वितरण एजेंसी (Pension Disbursing Agency – PDA): वह बैंक, डाकघर या सरकारी विभाग जो पेंशनभोगियों को उनकी पेंशन वितरित करता है।
पारिवारिक पेंशन (Family Pension): पेंशनधारी की मृत्यु के बाद उसके परिवार को दी जाने वाली पेंशन।
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