UP Kisan Panjikaran 2025: agridarshan पोर्टल से करें रजिस्ट्रेशन और पाएं बीज और खाद मुफ्त में।

🗓️ Updated on: July 20, 2025

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क्या आप उत्तर प्रदेश के किसान हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ जिसमें बीज, खाद , कीटनाशक और खरपतवार नाशक मुफ्त में लेना चाहते हैं? यदि हाँ तो तो यह लेख आपके लिए है! उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण (UP Kisan Panjikaran) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से प्रदेश के किसान विभिन्न कृषि संबंधी योजनाओं, अनुदानों और सेवाओं तक पहुंच बना सकते हैं। यह न केवल किसानों को सीधे सरकार से जोड़ने का एक माध्यम है, बल्कि यह कृषि क्षेत्र में पारदर्शिता और दक्षता लाने में भी सहायक है।

इस ब्लॉग में, हम आपको किसान पंजीकरण की पूरी प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज, लाभ और समस्याओं का समाधान बताएंगे।

UP Kisan Panjikaran क्या है?

किसान पंजीकरण (UP Kisan Panjikaran) एक ऑनलाइन सरकारी प्रक्रिया है जिसमें राज्य के किसान अपनी कृषि भूमि, फसल, सिंचाई, और अन्य विवरणों के साथ पंजीकृत होते हैं ताकि उन्हें कृषि संबंधी योजनाओं, सब्सिडी, बीमा, और अन्य लाभ सीधे प्रदान किए जा सकें। एक बार पंजीकृत होने के बाद, किसान कृषि विभाग की विभिन्न सेवाओं और केंद्र तथा राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं, कृषि यंत्रों पर अनुदान, सोलर पंप योजना, और डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण) सेवाएं।

किसान पंजीकरण की प्रक्रिया Agridarshan Portal के माध्यम से की जाती है।

Agridarshan Portal क्या है?

Agridarshan Portal (agridarshan.up.gov.in) उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि विभाग द्वारा संचालित एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। इसका उद्देश्य किसानों को पारदर्शी व समयबद्ध सेवा प्रदान करना है। यहाँ से किसान:

  • अपना पंजीकरण कर सकते हैं

  • कृषि से जुड़ी योजनाओं की जानकारी पा सकते हैं

  • अपनी स्थिति की निगरानी कर सकते हैं

  • आवेदन की स्थिति ट्रैक कर सकते हैं

किसान पंजीकरण से लाभ क्या है?

  • सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ: पंजीकृत किसान विभिन्न कृषि योजनाओं के सीधे लाभार्थी बन सकते हैं।

  • कृषि संबंधी जानकारी: कृषि तकनीकी, कृषि अनुदान और नई योजनाओं की जानकारी सीधे प्राप्त करें।

  • पारदर्शिता: पंजीकरण प्रक्रिया से सरकारी योजनाओं के लाभ वितरण में पारदर्शिता आती है।

  • सहायता और निगरानी: किसान अपनी पंजीकरण स्थिति, आवेदन की स्थिति और भुगतान विवरण आसानी से देख सकते हैं।

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UP Kisan Panjikaran के लिए आवश्यक दस्तावेज़

उत्तर प्रदेश किसान पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है:

  • आधार कार्ड: लाभार्थी की पहचान के लिए।

  • मोबाइल नंबर: OTP सत्यापन और महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए आधार से लिंक होना चाहिए।

  • बैंक पासबुक की प्रति: अनुदान राशि के सीधे हस्तांतरण के लिए बैंक खाता विवरण।

  • खसरा खतौनी / भूलेख की प्रति: भूमि के विवरण और पहचान के लिए।

  • जाति प्रमाण पत्र (केवल आरक्षित वर्ग के लिये)।   

किसान पंजीकरण कैसे करें?

किसान पंजीकरण की प्रक्रिया सरल और ऑनलाइन है:

  • आधिकारिक पोर्टल पर जाएं: सबसे पहले, उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के आधिकारिक पोर्टल जैसे UP Agriculture या Agridarshan UP पर जाएं।
  • मुख्य पेज पर आपको “पंजीकरण करें” या “कृषक पंजीकरण” का विकल्प मिलेगा, उसपर क्लिक करे।
  • आधार नंबर दर्ज करें। एक OTP आएगा, जिसे वेरीफाई करें।
  • आधार विवरण के अनुसार आपकी बेसिक जानकारी अपडेट हो जायेगी।
  • मोबाइल नंबर दर्ज करें, एक OTP आएगा, जिसे वेरीफाई करें।
  • अपनी कैटेगरी (Gen/OBC,SC/ST) चुने, सामन्य जाति के अतिरिक्त वर्ग के है तो जाति प्रमाणपत्र अपलोड करें।
  • अब अपने जमीन का विवरण दर्ज करते हुए खतौनी अपलोड करें।
  • अपने बैंक का विवरण दर्ज करके पासबुक का प्रथम पेज अपलोड करें।
  • आवेदन जमा करें: सभी जानकारी सही होने पर “सबमिट” बटन दबाएं।
  • पंजीकरण संख्या प्राप्त करें: सफल पंजीकरण के बाद आपको एक यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर मिलेगा, जिसे भविष्य के लिए सुरक्षित रखें।

पंजीकरण की स्थिति कैसे जांचें?

अपने पंजीकरण की स्थिति जानने के लिए आफिसियल वेबसाईट पर जाये और कृषक पंजीकरण संख्या की स्थिति जाने विकल्प पर क्लिक करे। निम्न मे से किसी एक विकल्प को चुन करके खोजे बटन पर क्लिक करें।

  1. मोबाईल नंबर
  2. कृषक अस्थाई पंजीकरण संख्या।
  3. बैंक खाता संख्या।
  4. कृषक पंजीकरण संख्या।

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UP Kisan Panjikaran के बाद Free में बीज व खाद कैसे प्राप्त करें?

सफलतापूर्वक किसान पंजीकरण हो जाने व पंजीकरण संख्या प्राप्त हो जाने के बाद आप उत्तर प्रदेश सरकार के डाटाबेस में एक पंजीकृत किसान (Registered Farmer) के रुप में दर्ज हो जाते है। राजकीय जिला कृषि बीज गोदाम पर सीजन के अनुसार बीज व खाद आते है , वहा से पता करके एक निश्चित मात्रा तक बीज व खाद आप फ्री में प्राप्त कर सक्ते है।

महत्वपूर्ण लिंक्स व सम्बंधित पोस्ट

निष्कर्ष

UP Kisan Panjikaran योजना किसानों के लिए सरकार द्वारा दी गई एक अत्यंत उपयोगी और पारदर्शी पहल है। इसके माध्यम से किसान अपनी भूमि, फसल और व्यक्तिगत विवरण को डिजिटल माध्यम से दर्ज कर सकते हैं, जिससे उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, और सुविधाओं का लाभ शीघ्रता से प्राप्त हो सके।

याद रखें: कृषि पंजीकरण ही वह पहला कदम है जो आपकी पहचान को सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज कराता है — और यही पहचान आपकी योजनागत अधिकारिता की कुंजी है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

उत्तर: हाँ, उत्तर प्रदेश सरकार ने अब अधिकतर योजनाओं में लाभ पाने के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है।

उत्तर: उत्तर प्रदेश का कोई भी किसान, जिसके पास वैध आधार कार्ड और भूमि दस्तावेज (खसरा/खतौनी) हों, पंजीकरण के लिए पात्र है।

उत्तर: पोर्टल पर पंजीकरण मुफ्त है। यदि आप जन सेवा केंद्र से पंजीकरण करवाते हैं, तो न्यूनतम शुल्क देना पड़ सकता है।

उत्तर: लाभ योजना के नियमों और सत्यापन प्रक्रिया पर निर्भर करता है। आमतौर पर, सत्यापन के बाद लाभ मिलना शुरू होता है।

उत्तर:  यदि उनके पास पट्टे पर भूमि या वन भूमि अधिकार पत्र है, तो कुछ योजनाओं में पात्रता हो सकती है।

प्रमुख शब्दावली (Key Terminology)

  • CSC केंद्र: कॉमन सर्विस सेंटर — जहां ग्रामीण नागरिक ऑनलाइन सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
  • आधार प्रमाणीकरण: UIDAI के माध्यम से किसान की पहचान को सत्यापित करना।
  • लघु एवं सीमांत किसान: वे किसान जिनके पास क्रमशः 2 हेक्टेयर (5 एकड़) से कम और 1 हेक्टेयर (2.5 एकड़) से कम कृषि योग्य भूमि है।
  • राजकीय कृषि बीज गोदाम: ब्लॉक स्तर पर सरकारी बीज भंडार केंद्र।

About the Author

Education Valley
मैं, अनिल यादव (B.Sc., B.Ed., PGDCA), वर्ष 2006 से सरकारी योजनाओं पर कार्य कर रहा हूँ तथा Content Writing and Blog Post लिखता हूँ । अपने इस व्यापक अनुभव और Digital India Mission से प्रेरित होकर, हमने इस वेबसाइट की शुरुआत की है। हमारा उद्देश्य करोड़ों भारतीयों को सरकारी योजनाओं और तकनीकी जानकारी तक सरल, सटीक और विश्वसनीय पहुँच प्रदान करना है। हम और हमारी टीम पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ सही और प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कार्यरत है, ताकि हर व्यक्ति सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सके और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ सके।
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