PM Dhan Dhanya Krishi Yojana 2025 | लाभ, आवेदन, पात्रता व पूरी जानकारी

🗓️ Updated on: September 19, 2025

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क्या आप एक किसान हैं और अपनी उपज का सही मूल्य नहीं मिल पाने से परेशान हैं? क्या आप बेहतर खेती के तरीकों को अपनाकर अपनी आय बढ़ाना चाहते हैं? अगर हाँ, तो PM Dhan Dhanya Krishi Yojana आपके लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। यह सिर्फ एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि हमारे अन्नदाताओं के जीवन में समृद्धि और खुशहाली लाने का एक नया सवेरा है।

इस ब्लॉग पोस्ट में PM Dhan Dhanya Krishi Yojana 2025 की सम्पूर्ण जानकारी – पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, लाभ, MSP, चयनित जिलों और किसानों को मिलने वाले फायदे जानें।


PM Dhan Dhanya Krishi Yojana क्या है?

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) भारत सरकार द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी पहल है। PM Dhan Dhanya Krishi Yojana का मुख्य फोकस किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाना, बेहतर कृषि तकनीकों तक उनकी पहुँच सुनिश्चित करना और कृषि उत्पादों के भंडारण तथा विपणन में सहायता प्रदान करना है।

16 जुलाई 2025 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इस योजना को आधिकारिक स्वीकृति प्रदान की। इसके तहत लगभग ₹24,000 करोड़ का वार्षिक बजट निर्धारित किया गया है, जो आगामी छह वर्षों तक व्यय किया जाएगा। इस योजना को लागू करने के लिए 11 मंत्रालयों की कुल 36 मौजूदा योजनाओं को एकीकृत कर एक समग्र रूपरेखा तैयार की गई है।

प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 के मुख्य उद्देश्य क्या है?

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana योजना के प्रमुख उद्देश्य इस प्रकार है-

1️⃣ चयनित जिलों में कृषि उत्पादकता बढ़ाना।
2️⃣ फसल विविधीकरण और आधुनिक तकनीक को बढ़ावा देना।
3️⃣ सिंचाई, भंडारण और मार्केट सुविधाओं में सुधार करना।
4️⃣ किसानों की आय और ऋण‑सुविधा को बढ़ाना।
5️⃣ सतत व जलवायु‑अनुकूल खेती को प्रोत्साहित करना।
6️⃣ डिजिटल निगरानी से योजना की पारदर्शी प्रगति सुनिश्चित करना।

प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना की प्रमुख विशेषताएं

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana प्रमुख विशेषताए इस प्रकार है: 

  1. ₹24,000 करोड़ का वार्षिक बजट – यह योजना अगले 6 वर्षों तक लागू रहेगी।
  2. 100 कम उत्पादकता वाले जिलों में लागू – लगभग 1.7 करोड़ किसानों को लाभ मिलेगा।
  3. 11 मंत्रालयों की 36 योजनाओं का एकीकरण – सभी कृषि संबंधी योजनाओं को समेकित कर एक रूपरेखा बनाई गई है।
  4. आधुनिक तकनीक व प्रशिक्षण – किसानों को वैज्ञानिक खेती, फसल विविधीकरण और नई तकनीकों का प्रशिक्षण मिलेगा।
  5. सिंचाई व भंडारण सुविधाओं का विकास – सूक्ष्म सिंचाई, कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस की उपलब्धता।
  6. ऋण, बीमा और MSP समर्थन – किसानों की आय और सुरक्षा के लिए वित्तीय सहायता।
  7. डिजिटल निगरानी प्रणाली – रियल‑टाइम डैशबोर्ड और KPI के आधार पर प्रगति की मॉनिटरिंग।

प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना 2025 की पात्रता

PM Dhan Dhany Krishi Yojana के लिए पात्रता की शर्ते निम्नलिखित है।

  • केवल भारत के किसान ही आवेदन कर सकते हैं।
  • योजना का लाभ उन्हीं 100 जिलो के किसानों को मिलेगा जिनके जिले सूची में शामिल हैं।
  • लाभार्थी के पास खेती योग्य जमीन होनी चाहिए या वह कृषि से जुड़ा हो।
  • लाभार्थी किसान का नाम PM‑Kisan Portal पर दर्ज होना चाहिए।
  • आधार‑लिंक्ड बैंक खाते में ही सहायता राशि भेजी जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज

PM Dhan Dhany Krishi Yojana के लिए आवश्यक दस्तावेज निम्नलिखित है।

  1. आधार कार्ड – पहचान प्रमाण के रूप में अनिवार्य।
  2. भूमि स्वामित्व से संबंधित दस्तावेज – खेत की जमीन का रिकॉर्ड (खसरा/खतौनी/पट्टा)।
  3. बैंक पासबुक की कॉपी – बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए।
  4. निवास प्रमाण पत्र – चयनित जिले का निवासी होने का सबूत।
  5. मोबाइल नंबर – OTP व योजना संबंधी सूचना प्राप्त करने के लिए
  6. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM‑Kisan) पंजीकरण संख्या – पात्रता की पुष्टि के लिए।

प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना से किसानो को क्या लाभ है?

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana से निम्नलिखित लाभ है।

  • कृषि उत्पादन बढ़ेगा – आधुनिक तकनीक, उन्नत बीज और वैज्ञानिक खेती से फसल की पैदावार में वृद्धि होगी।
  • किसानों की आय में इजाफा होगा – फसल विविधीकरण, MSP और वित्तीय सहायता से किसानों की कमाई बढ़ेगी।
  • सिंचाई और भंडारण की सुविधा मिलेगी – ड्रिप इरिगेशन, कोल्ड स्टोरेज और वेयरहाउस से लागत घटेगी और नुकसान कम होगा।
  • ऋण और बीमा सहायता – किसानों को सस्ते ब्याज पर ऋण और फसल बीमा का लाभ मिलेगा।
  • प्रशिक्षण और आधुनिक तकनीक का फायदा – किसानों को नई कृषि पद्धतियों का प्रशिक्षण मिलेगा, जिससे खेती अधिक लाभकारी बनेगी।
  • बेहतर बाजार पहुंच – ई-मार्केट और सप्लाई चेन से किसानों को उचित मूल्य पर फसल बेचने का अवसर मिलेगा।
  • पारदर्शिता और डिजिटल मॉनिटरिंग – KPI डैशबोर्ड और रियल-टाइम ट्रैकिंग से योजना का सही क्रियान्वयन होगा।

आवेदन प्रक्रिया

वर्तमान में, इस योजना PM Dhan Dhanya Krishi Yojana  के लिए आवेदन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है, क्योंकि सरकार ने हाल ही में इसे मंजूरी दी है। योजना के दिशानिर्देशों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

हालांकि, जब आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी, तो हम आपको इसी ब्लॉग पोस्ट में आवेदन प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी चरणबद्ध तरीके से देंगे। कृपया तब तक धैर्य रखे।

योजना के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाएं

1- प्रत्यक्ष लाभ

  • वित्तीय सहायता: प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपए तक की सहायता
  • बीज सब्सिडी: उन्नत किस्म के बीजों पर 75% तक की छूट
  • उर्वरक अनुदान: जैविक और रासायनिक उर्वरकों पर विशेष दर
  • मशीनरी लोन: कृषि यंत्रों के लिए कम ब्याज दर पर ऋण

2- अप्रत्यक्ष लाभ

  • बाजार लिंकेज: फसल की सीधी खरीदी की गारंटी
  • प्रशिक्षण कार्यक्रम: नई तकनीकों की जानकारी
  • बीमा कवर: फसल बीमा की सुविधा
  • कृषि सलाह: एक्सपर्ट्स से मुफ्त परामर्श

महत्वपूर्ण लिंक्स व सम्बंधित पोस्ट

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना भारत के कृषि क्षेत्र में एक नया अध्याय शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल कम उत्पादकता वाले जिलों में कृषि को बढ़ावा देगी, बल्कि छोटे और सीमांत किसानों को सशक्त बनाकर ग्रामीण भारत को समृद्ध बनाएगी। यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और अपने स्थानीय कृषि विभाग से संपर्क करें।

PM Dhan Dhanya Krishi Yojana किसानों के लिए उत्पादन बढ़ाने, आय सुदृढ़ करने, तथा जैविक, सतत खेती अपनाने का एक सुव्यवस्थित अवसर है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: प्रधानमंत्री धन धान्य कृषि योजना (PM Dhan Dhanya Krishi Yojana) क्या है?

यह योजना भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य देश के 100 कम उत्पादकता वाले जिलों में कृषि विकास को बढ़ावा देना है। यह किसानों की आय दोगुनी करने और फसल उत्पादकता बढ़ाने पर केंद्रित है।

Q2: क्या PM Dhan Dhanya Krishi Yojana सभी राज्यों में है?

हां, यह योजना पूरे भारत में लागू है, लेकिन प्राथमिकता उन 100 जिलों को दी गई है जहां फसल उत्पादकता कम है। हर राज्य के कम से कम 2–3 जिले शामिल किए गए हैं।

Q3: क्या महिलाएं और युवा भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?

हां, इस योजना में महिलाओं और युवाओं को विशेष प्राथमिकता दी गई है ताकि उनकी भागीदारी बढ़े और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उत्पन्न हों।

Q4: कौन सी फसलों के लिए यह योजना है?
  • अनाज: धान, गेहूं, मक्का, बाजरा
  • दलहन: चना, मसूर, अरहर, मूंग
  • तिलहन: सरसों, तिल, सूरजमुखी
  • नकदी फसल: कपास, गन्ना, जूट
  • बागवानी: सब्जियां, फल, फूल, मसाले
Q5: योजना का लाभ कितनी बार मिल सकता है?
  • हर फसल सीजन में आवेदन की अनुमति
  • साल में तीन बार (खरीफ, रबी, जायद)
  • पाँच वर्षों तक लगातार लाभ
  • नवीनीकरण की आवश्यकता नहीं
Q6: इस योजना के तहत जैविक खेती के लिए अलग से कोई सुविधा है?
  • अतिरिक्त 20% अनुदान
  • ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन में सहायता
  • बायो-फर्टिलाइज़र पर सब्सिडी
  • जैविक उत्पादों के लिए प्रीमियम मूल्य

प्रमुख शब्दावली (Key Terminology)

  • धन-धान्य धन (चावल) और धान्य (अनाज) का समूह। इसमें सभी खाद्यान्न फसलें शामिल हैं जो मानव पोषण के लिए आवश्यक हैं।
  • सूक्ष्म सिंचाई (Micro Irrigation) जल की बचत करने वाली सिंचाई तकनीक। इसमें ड्रिप इरिगेशन और स्प्रिंकलर सिस्टम शामिल हैं।
  • न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP – Minimum Support Price) सरकार द्वारा निर्धारित वह न्यूनतम मूल्य जिस पर वह किसानों से फसल खरीदने का आश्वासन देती हैक्षेत्र में रहते हुए टिकट बुक कर सके।
  • किसान उत्पादक संगठन (FPO) किसानों का सामूहिक संगठन जो उत्पादन से लेकर विपणन तक सभी गतिविधियों में सहायता करता है।
  • जैविक कृषि (Organic Farming) रासायनिक उर्वरक और कीटनाशक के बिना, प्राकृतिक तरीकों से की जाने वाली खेती।

About the Author

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मैं, अनिल यादव (B.Sc., B.Ed., PGDCA), वर्ष 2006 से सरकारी योजनाओं पर कार्य कर रहा हूँ तथा Content Writing and Blog Post लिखता हूँ । अपने इस व्यापक अनुभव और Digital India Mission से प्रेरित होकर, हमने इस वेबसाइट की शुरुआत की है। हमारा उद्देश्य करोड़ों भारतीयों को सरकारी योजनाओं और तकनीकी जानकारी तक सरल, सटीक और विश्वसनीय पहुँच प्रदान करना है। हम और हमारी टीम पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ सही और प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कार्यरत है, ताकि हर व्यक्ति सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सके और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ सके।
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